मोबाइल क्या है - What is Mobile phone in Hindi?

मोबाइल क्या हैWhat is Mobile phone in Hindi? 



मोबाइल फोन की परिभाषा;


मोबाइल फोन एक ऐसा वायरलेस हैंडहेल्ड डिवाइस है जिसकी सहायता से आप किसी से भी किसी भी वक्त आसानी से बातचीत कर सकते हैं। मोबाइल एक लंबी दूरी का इलेक्ट्रॉनिक उपकरण है जिसे विशेष बेस स्टेशनों की एक नेटवर्क के आधार पर मोबाइल आवाज या डाटा संचार के लिए उपयोग करते हैं।


मोबाइल फोन को अक्सर “सेल्युलर फोन” भी कहा जाता है। यह मुख्य रूप से वॉयस कॉल के लिए उपयोग किया जाने वाला उपकरण है। वर्तमान में तकनीकी प्रगति ने हमारे जीवन को आसान बना दिया है। आज, एक मोबाइल फोन की मदद से हम दुनिया भर में किसी से भी आसानी से बात कर सकते हैं या वीडियो चैट कर सकते हैं


Mobile full form - Modified Operation Byte Integration Limited Energy

History of mobile phones - मोबाइल फ़ोन का इतिहास 

मोबाइल फोन का इतिहास कई दशकों तक फैला हुआ है और यह महत्वपूर्ण तकनीकी प्रगति द्वारा चिह्नित है। यहां मोबाइल फोन के इतिहास का संक्षिप्त विवरण दिया गया है:
प्रारंभिक विकास: 1940 और 1950 के दशक में, मोबाइल टेलीफोनी अपनी शैशवावस्था में थी, जिसमें गतिमान वाहनों के बीच संचार स्थापित करने के लिए रेडियो तरंगों का उपयोग करते हुए प्रयोग किया जाता था
1973 में, मोटोरोला इंजीनियर मार्टिन कूपर ने प्रोटोटाइप हैंडहेल्ड डिवाइस का उपयोग करके पहला सार्वजनिक मोबाइल फोन कॉल किया, जिसे मोटोरोला डायनाटैक के नाम से जाना जाता है। इसका वजन लगभग 2.2 पाउंड था और इसकी कार्यक्षमता सीमित थी।
पहली पीढ़ी (1G) Phone: 1G युग 1980 के दशक की शुरुआत में शुरू हुआ और इसकी विशेषता एनालॉग सेलुलर नेटवर्क थी। पहले व्यावसायिक रूप से उपलब्ध 1G मोबाइल फोन बड़े और भारी थे, आमतौर पर व्यावसायिक पेशेवरों द्वारा उपयोग किए जाते थे। इन फोनों में सीमित बैटरी जीवन था, और कॉल की गुणवत्ता अक्सर असंगत थी।
दूसरी पीढ़ी (2G) Phone:
1990 के दशक में 2G युग उभरा, जिसने डिजिटल सेलुलर नेटवर्क की शुरुआत की। डिजिटल तकनीक के विकास से कॉल की गुणवत्ता में सुधार, नेटवर्क क्षमता में वृद्धि और पाठ संदेश (S M S) भेजने की क्षमता में वृद्धि हुई। GSM (ग्लोबल सिस्टम फॉर मोबाइल कम्युनिकेशंस) तकनीक की शुरुआत ने 2G Phone को व्यापक रूप से अपनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
तीसरी पीढ़ी (3G) Phone: 2000 के दशक की शुरुआत में 3G तकनीक की शुरुआत की गई, जिससे तेजी से डेटा ट्रांसमिशन और मोबाइल इंटरनेट का उदय हुआ। इन फ़ोनों ने उपयोगकर्ताओं को वेब ब्राउज़ करने, ईमेल तक पहुँचने और मल्टीमीडिया सामग्री का आनंद लेने की अनुमति दी। 3G नेटवर्क के साथ वीडियो कॉलिंग और स्थान-आधारित सेवाएं संभव हो गईं।
चौथी पीढ़ी (4G) Phone: 2000 के दशक के अंत और 2010 की शुरुआत में 4G तकनीक पेश की गई थी, जो तेज डेटा गति, बेहतर कॉल गुणवत्ता और बेहतर नेटवर्क क्षमता प्रदान करती है। 4G फोन ने वीडियो स्ट्रीमिंग, ऑनलाइन गेमिंग और अन्य डेटा-गहन अनुप्रयोगों को बढ़ावा दिया। 4G नेटवर्क में बदलाव ने स्मार्टफोन और ऐप पारिस्थितिकी तंत्र के व्यापक उपयोग को सक्षम किया।
पांचवीं पीढ़ी (5G) Phone: 5G युग 2010 के अंत में शुरू हुआ, जिसमें काफी तेज डेटा गति, कम विलंबता और बढ़ी हुई नेटवर्क क्षमता का वादा किया गया था। 5G तकनीक का उद्देश्य संवर्धित वास्तविकता, आभासी वास्तविकता और इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) जैसी उभरती प्रौद्योगिकियों का समर्थन करना है। 5G फोन तेजी से डाउनलोड, निर्बाध स्ट्रीमिंग और उन्नत कनेक्टिविटी सक्षम करते हैं। इन सभी पीढ़ियों के दौरान, मोबाइल फोन बड़े, भारी उपकरणों से उच्च-रिज़ॉल्यूशन कैमरा, टचस्क्रीन डिस्प्ले और अनुप्रयोगों की एक विस्तृत श्रृंखला जैसी उन्नत सुविधाओं के साथ आकर्षक और शक्तिशाली स्मार्टफोन के रूप में विकसित हुए हैं। मोबाइल फोन का इतिहास प्रौद्योगिकी की तीव्र प्रगति और संचार और कनेक्टिविटी पर इसके प्रभाव का एक वसीयतनामा है।





Mobile के प्रकार (Types of Mobile in Hindi)

Mobile Phone को मुख्य रुप से तीन वर्गों में बांट सकते हैं।

1. Basic Phone
2. Features Phone
3. Smartphone

शुरुआती Mobile Phone को Basic Phone कहा जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि इसमें कोई ज्यादा फीचर्स देखने को नहीं मिला था। इस तरह के Mobile Phone में Calling के अलावा Message और Calculation करने में सक्षम था। Basic Phone का प्रचलन आज से लगभग 10 साल पहले ज्यादा था। शायद आपने देखा भी होगा और आपको भी हुआ करता होगा। इसे Cell Phone भी कहते थे।

शुरुआती Phone के बाद वाले Phone को Features Phone कहा जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि इस तरह के फोन में कई तरह के फीचर्स देखने को मिलता था। जैसे; Camera, Music Player, Bluetooth, FM, Calendar, Games, Calculator, Torch इत्यादि। इसके अलावा इसमें Internet भी चला सकते थे। इस तरह के फोन का इस्तेमाल आज भी किया जाता है। यह Keypad Phone होने के बावजूद Smartphone के कुछ फीचर्स से लैस होता था।

आजकल हम जिस फोन का इस्तेमाल कर रहे हैं। उसे Smartphone कहते हैं। यह फोन विशेष फीचर्स से भरपूर होता है। यह लोगों की पहली Choice है। इसे ऐसे ही Smartphone नहीं कहा जाता है। बल्कि इसके कारनामे Smart है। इसलिए इसे Smartphone कहा जाता है। आज के Smartphone में Computer के समान Features होते हैं। यानी Smartphone एक Handheld Computer है।


Mobile कैसे काम करता है? (Works of Mobile in Hindi)


क्या आप जानते हैं कि Mobile Phone कैसे काम करता है। मुझे पता है कि आपके मन में ये जरूर आता होगा कि आखिर Mobile कैसे काम करता है। इसकी सहायता से हम Call कैसे कर पाते हैं। तो चलिए जानते हैं कि Mobile से Call कैसे होता है।

जब Call के दौरान Mobile पर कुछ बोलते हैं। तब Mobile के अंदर एक Microphone होता है। जो हमारे आवाज को Digital Signals में बदल देता है। Mobile Phone के अंदर एक Antina भी होता है। जो Digital Signals को Electricmagnetic Wave में बदल देता है। लेकिन Electricmagnetic Wave ज्यादा दूरी तय करने में सक्षम नहीं होते हैं। इसलिए Tower का निर्माण हुआ। प्रत्येक Tower एक-दूसरे से Optical Fibre Cable के द्वारा जुड़े होते हैं।

जब Call किया जाता है। तब सबसे पहले Electricmagnetic Wave Phone के नजदीकी Tower को जाता है। Tower से Electricmagnetic Wave को Light Pulse में बदल दिया जाता है। अब Tower के पास कोई जानकारी नहीं होता है। इसलिए Tower Call Receiver का पता नहीं लगा सकते है। इसलिए प्रत्येक क्षेत्र (City) में एक Mobile Switching Center (MSC) लगाया जाता है। MSC के पास Subscriber की पूरी जानकारी होती है। यह जानकारी जब आप SIM Card खरीदते हैं। तभी आपके और आपके SIM की जानकारी को MSC पर Store कर दिया जाता है।

इसलिए Tower Light Plus को MSC तक पहुंचाता है। MSC Receiver के नजदीकी Tower की मदद से Call का अनुरोध भेज देता है। कुछ इसी तरह Call होता है।


मोबाइल फोन के फायदे

  • Mobile Phone का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इससे संचार का एक सुलभ तरीका प्राप्त हुआ। इसके द्वारा किसी व्यक्ति से Call और Message के जरिए बाते कर सकते हैं।
  • Mobile Phone की मदद से Radio सुन सकते हैं। यानी अब Radio सुनने के लिए अलग से Radio खरीदने की आवश्यकता नहीं है।
  • Mobile Phone में सभी तरह के Song, Video और Movies वगैरह देख सकते हैं। यानी अब अलग से CD या DVD Machine की आवश्यकता नहीं है।
  • Mobile Phone में GPS की सुविधा मिलती है। यानी अलग से GPS Monitoring Device खरीदने की आवश्यकता नहीं है।
  • Mobile Phone के जरिए अपने व्यापार को बढ़ावा दे सकते हैं और Marketing वगैरह भी कर सकते हैं।
  • Mobile Phone से जरुरी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
  • Mobile Phone के जरिए दैनिक कार्यों को कर सकते हैं। जैसे; News पढ़ना, Ticket Booking आदि।
  • Mobile Phone में उच्च रिजॉल्यूशन के कैमरे आने लगे हैं। यानी अब अलग से Camera खरीदने की जरूरत नहीं है।
  • Mobile Phone में Torch की सुविधा मिलती है। यानी अब अलग से Torch लेने की आवश्यकता नहीं है।
  • Mobile phone से गेम खेल सकते हैं ऑनलाइन या ऑफलाइन
  • Mobile Phone से हम नेटबैंकिंग कर सकते हैं
  • Mobile Phone से हम ऑनलाइन पैसा कामया जा सकता है 


Mobile Phone के नुकसान (Disadvantage of Mobile in Hindi)

  • अगर आप एक Students हैं। तब यह आपके लिए नुकसानदायक भी हो सकता है। यह आपको अपने पढ़ाई में ध्यान केंद्रित करने में बाधा बनेगा।
  • इसके कारण बहुत सारे गाड़ियों का Accident होता है। क्योंकि आजकल लोग गाड़ी चलाते समय इस यंत्र पर Busy होते हैं।
  • Mobile Phone हमारे पूरे शरीर को नुकसान पहुंचाता है। सबसे ज्यादा हमारे आंखो के लिए नुकसानदायक है।
  • Mobile Phone के कारण हमारा सबसे कीमती समय बर्बाद हो जाता है।
  • Mobile Phone में हमारे गोपनीय संदेश, दस्तावेज और बाते होती है। जिसका आज के समय में Leak होना आम बात है।

Conclusion – Mobile in Hindi

उम्मीद करता हूँ कि यह जानकारी आपको पसंद आया होगा। क्योंकि इस लेख में Mobile की जानकारी को विस्तारपूर्वक बताया है। जिसमें बताया है कि Mobile Phone क्या है, Mobile कैसे काम करता है, Mobile के प्रकार Mobile के इतिहास, Mobile के फायदे और नुकसान क्या है। 



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